
क्या आपको लगता है कि स्तनपान करवाने की वजह से आपके शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, क्योंकि सभी पोषक तत्व स्तनपान के दौरान आपके शिशु द्वारा ग्रहण कर लिए जाते हैं?
क्या आपको लगता है आपको अपने आहार में अतिरिक्त विटामिन और खनिजों को शामिल करने की आवश्यकता है? कैसा रहेगा अगर मैं आपसे कहूं कि आप पहले से ही संतुलित भोजन ले रहीं है और आपको किसी सप्लीमेंट की ज़रूरत नहीं है? लेकिन ऐसा हर समय नहीं होता। कई बार ऐसे हालात भी बन जाते हैं, जहाँ आपको अपने आहार में अतिरिक्त विटामिन और खनिजों को शामिल करना ही पड़ता है। आइए हम उन हालातों के बारे में जानते हैं।
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अगर आप भी मेरी तरह रक्तहीनता से पीड़ित (anemic) है, तो आपके लिए भी अपने आहार में आयरन और जिंक को शामिल करना बेहद ज़रूरी है। यदि आपके शरीर में आयरन की कमी है, तो आपका रक्त आपके शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन का आवागमन नहीं कर पाएगा। इतना ही नहीं, आयरन मस्तिष्क के विकास और कार्यशैली में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब आप रक्तहीनता से पीड़ित होते हैं, तो आपके शरीर में आयरन की कमी हो जाती है। ऐसे में, अगर आप चाहती है कि आपका बच्चा आयरन की कमी से प्रभावित न हो, तो आपको अपने आहार में आयरन की मात्रा को बढ़ाना ज़रूरी हो जाता है।
फिर भी ऐसा करने से पहले डॉक्टर से ज़रूर पूछे क्योंकि आयरन की कमी को सुनिश्चित करने के लिए कुछ मेडिकल टेस्ट करवाने पड़ सकते हैं।
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अगर आपके आहार में बिल्कुल भी डेयरी उत्पाद नहीं है, तो आपको कैल्शियम और जिंक के सेवन में वृद्धि करनी होगी। आपको आहार में डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही, पनीर, खोया, क्रीम, कस्टर्ड आदि शामिल करने ज़रुरी हो जाते हैं।
इसके इलावा डॉक्टर द्वारा सुझाए जाने वाले किस भी सप्लीमेंट में कैल्शियम, मैग्नीशियम और जिंक का एक बेहतरीन संयोजन होता है। इसके साथ ही यह सयोंजन शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित भी हो जाता है।
आपको कितनी मात्रा में कैल्शियम लेने की ज़रूरत है, इसका निर्णय आपका चिकित्सक ही ले सकता है।
अगर आप शाकाहारी हैं, तो आप में विटामिन बी 12 की कमी होने की पूरी आशंका है। चूंकि आपका आहार शाकाहारी है और अधिकांश खाद्य पदार्थों में या तो यह विटामिन होता ही नहीं है या फिर बहुत कम होते है। इसलिए आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके आहार में पर्याप्त विटामिन बी 12 शामिल हो।
ऐसा नहीं है कि इस विटामिन के लिए आपको मासाहारी भोजन ही करना पड़ेगा। यदि आप अपने आहार में दूध, अंडे, पनीर आदि जैसे पशु प्रोटीन शामिल करते हैं, तो आपको पर्याप्त बी 12 मिल जाएगा।
यदि आप एक मां हैं जो एक संतुलित आहार नहीं ले रही है, तो कैल्शियम और जिंक की कमी आपकी सबसे बड़ी चिंता होनी चाहिए।
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एक औसतस्तनपान करवाने वाली मां को प्रतिदिन कम से कम 2700 कैलोरी कैल्शियम और जिंक की आवश्यकता होती है और अगर आप इतनी मात्रा में इनका सेवन नहीं कर रहीं है, तो संभावना है कि आपको अतिरिक्त कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन , फोलिक एसिड की ज़रूरत पड़ेगी।
आपके आहार में इन सब की अतिरिक्त खुराक से न तो स्तनों के दूध की मात्रा पर कोई प्रभाव पड़ेगा और ना ही आपके शिशु को कुछ अतिरिक्त मिलगा। इसका कारण यह है कि यदि आप में इन सब की कमी भी है, तो भी स्तन के दूध में इन खनिजों और विटामिनों के स्तर पर इसका कोई प्रभाव नहीं होगा।
यहां ध्यान दिया जाना चाहिए कि भारतीय होने के कारण, हम डॉक्टर से विचार किए बिना ही कुछ हर्बल सप्लीमेंट्स लेने में कोई आपत्ति महसूस नहीं करते। हमें लगता है कि जड़ी बूटियों से स्तन के दूध या मां को कोई नुकसान नहीं होता है
हालांकि, अगर आप गर्भवती है और स्तनपान भी करवा रहीं है या सिर्फ स्तनपान करवा रही है, तो किसी भी ऐसी औषधि का सेवन न करने में ही बेहतरी है, जिससे आपके बच्चे को नुकसान हो सकता है।
क्या आपको लगता है कि आपको स्तनपान करवाने वाली मां के रूप में अपने आहार के लिए अतिरिक्त सप्लीमेंट की आवश्यकता है? अगर आपके इस विषय में कोई सुझाव है, तो हमसे ज़रूर बांटें।
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