
- सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 पाउडर वाला दूध जरुर है लेकिन फिर भी इसमे कोई चीनी नहीं है।
- सिमिलैक अड्वान्स में डीएचए और ओमेगा 3 फैटी एसिड होते है।
- भारी होने की वजह से शिशु फ़ॉर्मूला पचाने में समय लेता है, जिससे शिशु ज़्यादा देर सो पाता है।
- कुछ शिशुओं को फ़ॉर्मूला स्टेज 1 से 2 पर जाने में काफ़ी कठिनाई होती है।
- अन्य विकल्पों के मुक़ाबले थोड़ा महंगा है।
फार्मूला मिल्क की अपनी श्रृंखला को जारी रखते हुए, आज हम सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 की समीक्षा करेंगे। इससे पहले हमने लेक्टोजेन एवं एनफ़ामिल ए + फार्मूला मिल्क की समीक्षा की थी। लेकिन , वह दोनों स्टेज 1 फार्मूला मिल्क थे अर्थात 0 से 6 महीने तक के बच्चे के लिए थे। सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 फार्मूला मिल्क, 6 से 12 महीने तक के बच्चे को दिया जाता है। समीक्षा शुरू करने से पहले, हम यह दोहराना चाहेंगे कि यह समीक्षा निजी अनुभव पर आधारित है और इसे किसी मेडिकल सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी तरह का फार्मूला मिल्क शुरू करने से पहले, बाल-रोग विशेषज्ञ की अनुमति बहुत जरूरी होती है।
जरूर पढ़े – क्या आप फूड एलर्जीस के बारे में जानती है?
चीजें जो मुझे सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 में पसंद आई
पैकिंग
हमेशा की तरह अपनी समीक्षा की शुरुआत हम पैकिंग से करेंगे। नीले, सुनहरी और सफेद रंग के गत्ते के डिब्बे में इस फार्मूला को पैक किया गया है। आप देख सकते हैं कि सामने की ओर सबसे ऊपर इस फार्मूला मिल्क की स्टेज (2) को दर्शाया गया है।

जैसे हमने अपने पिछले लेख में बताया था कि सभी फार्मूला मिल्क 3 से 4 स्टेज में उपलब्ध होते हैं।

हमारे द्वारा खरीदा गया फार्मूला मिल्क स्टेज 2 है और यह 6 से 12 महीने के बच्चे के लिए उचित है। इसलिए, हमारी पैकिंग पर स्टेज 2 लिखा गया है। स्टेज के ठीक नीचे, आपको सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 की ब्रांडिंग मिल जाएगी।

गत्ते की पैकिंग के सामने की ओर गहरे नीले रंग में सिमिलैक अड्वान्स अनुगामी अनुकल्प लिखा गया है। ठीक उसके नीचे इस बात को दर्शाया गया है कि स्टेज 2 फार्मूला मिल्क, 6 महीने से बड़े बच्चे के लिए है।
सुनहरी और बैंगनी रंग में, यह बहुत ही खूबसूरत तरीके से प्रिंट किया गया है। फार्मूला मिल्क खरीदने से पहले स्टेज को ध्यान में रखना अत्यंत जरूरी होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए, कंपनी ने इस जानकारी को सामने की ओर प्रिंट किया है। इससे शिशु की उम्र के हिसाब से सही फार्मूला खरीदने में कोई गलती नहीं होती।

ठीक इसके नीचे, सफेद रंग में एक महत्वपूर्ण सूचना दी गई है। इसे अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में दिया गया है।
“माँ का दूध शिशु के लिए सर्वोत्तम है।” इस जानकारी से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि फार्मूला मिल्क बनाने वाली कंपनियां भी स्तनपान को प्राथमिकता देती हैं।
पैकिंग के दाईं ओर सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 में इस्तेमाल होने वाली चीजों एवं इसकी एक फीड से मिलने वाले पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दी गई।

इन सबके बारे में, हम आगे चलकर विस्तार से बात करेंगे।
पैकिंग के बाईं ओर सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 फार्मूला मिल्क को स्टोर करने, इस्तेमाल से जुड़ी कुछ सावधानियों एवं आहार तालिका के बारे में जानकारी दी गई।

इस विषय में भी हम आगे चलकर विस्तार से बात करेंगे।
गत्ते की पैकिंग के पीछे, फार्मूला को बनाने एवं इस्तेमाल से जुड़े दिशा निर्देशों के बारे में जानकारी है।

इसके अलावा इसे बनाने की विधि, उत्पाद की वैधता एवं कीमत से जुड़ी बहुमूल्य जानकारी है।

गत्ते की पैकिंग के अंदर, फार्मूला मिल्क को एक और हवा-बंद फोइल पैकिंग में सुरक्षित तरीके से पैक किया गया है।

इस पैकिंग पर उत्पाद की पैकिंग तिथि, वैधता तिथि, एवं एक डाटा-मैट्रिक्स कोड के अलावा कोई अन्य जानकारी नहीं है।

गत्ते की पैकिंग में से, इस पैकिंग के अलावा आपको एक चमच और एक बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारियों वाला एक रंगदार पृष्ठ मिलेगा।

इस पृष्ठ पर सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 की तीनों स्टेज का वर्णन है, आहार तालिका है और स्तनपान से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं।

अगर आप अंग्रेजी भाषा पढ़ने-समझने में सक्षम हैं, तो इसे जरूर पढ़ें। इस पर दी गई जानकारी से आपके ज्ञान में जरूर वृद्धि होगी।
कुल मिलाकर, आपको गत्ते की पैकिंग से हर वह जानकारी मिल जाएगी, जिसे सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 को खरीदने से पहले जानना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
दूध की बनावट
सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 की बनावट अन्य फार्मूला मिल्क की तरह ही हल्के पीले रंग की है।

हालांकि इस दूध में आपको किसी तरह के ठोस या अर्ध-ठोस कण नहीं मिलेगें, लेकिन फिर भी यह पाउडर थोड़ा गाढ़ा है।

स्वाद में, यह वयस्कों के लिए बनाए गए सूखे दूध की तरह ही लगता है। इसके अलावा, स्वाद एवं महक में आपको हल्की सी मिठास भी महसूस होगी।
जरूर पढ़े – गाय के दूध में मौजूद प्रोटीन से होने वाली एलर्जी के लक्षण और उपचार
इस्तेमाल की गई सामग्री
सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 को बनाने में कई चीजों का इस्तेमाल किया है। अगर आप पैकिंग के दाईं ओर देखेंगे, तो आपको इसमें इस्तेमाल सभी चीजों के बारे में जानकारी मिल जाएगी।
इसको बनाने में लैक्टोज, स्किम मिल्क पाउडर, खाद्य वनस्पति तेल (उच्च ओलिक सूरजमुखी तेल, सोया तेल, नारियल तेल), मट्ठा प्रोटीन ध्यान, माल्टोडेक्सट्रिन, खनिज, पोटेशियम साइट्रेट (अम्लता नियामक), विटामिन, सोया लेसितिण, न्यूक्लियोटाइडस, टॉरिन, एंटीऑक्सिडेंट (मिश्रित टोकोफेरोल्स) जैसी चीजों का इस्तेमाल किया गया है।

इनके साथ ही इस फार्मूला मिल्क में ओमेगा 3 और 6 फैटी एसिड हैं। फोलिक एसिड एवं जिंक हैं, जो शिशु के दिमागी विकास के लिए जरूरी हैं। न्यूक्लियोटाइडस है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
इनके अलावा वह सभी जरूरी एसिड, खनिज और विटामिन हैं, जो बच्चे के विकास के लिए जरूरी हैं।
आहार तालिका
गत्ते की पैकिंग के साथ ही, पैकिंग के अंदर पाए जाने वाले एक पृष्ठ पर बहुत ही खूबसूरत आहार-तालिका दी गई है। आपको इस आहार तालिका को संभाल कर रखना है। अगर आपने हाल ही मैं अपने शिशु को फार्मूला मिल्क देना शुरू किया है, तो आपको इस आहार-तालिका की बहुत जरूरत पड़ने वाली है।

गत्ते की पैकिंग पर बनी आहार-तालिका से आपको पता चल जाएगा कि अगर आपका बच्चा 6 से 12 महीने का है, तो आपको उसे 180 मिलीलीटर पानी में, 6 चमच पाउडर के डालकर, दिन में 4 फीड देने हैं। यदि आपका शिशु 12 महीने से ऊपर है, तो आपको स्टेज 3 फार्मूला मिल्क लेना है और 180 मिलीलीटर पानी में, 6 चमच पाउडर के डालकर, दिन में 3 फीड देने हैं।
इसके अलावा, जो पैकिंग के अंदर से पृष्ठ रूपी पुस्तिका मिलती हैं, उस पर दी गई आहार-तालिका 2 वर्ष के बच्चों के लिए है।

ऊपर दिए चित्र में आप देख सकते हैं कि इस पृष्ठ पर बहुत ही खूबसूरती से नवजात शिशु से लेकर 2 वर्ष की आयु तक के शिशु को किस मात्रा में, कितनी बार, कितने पानी में और कितने चमच पाउडर मिलाकर दूध देना है, के बारे में सारी जानकारी दी गई है। आप अपनी मदद के लिए इस आहार-तालिका को फ्रिज इत्यादि पर चिपका कर रख सकते हैं।
पैकिंग के साथ मिला चमच
सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 फार्मूला मिल्क की गत्ते के डिब्बे की पैकिंग में से आपको पाउडर के अलावा एक प्लास्टिक का चमच भी मिलेगा। इस पर भी कंपनी द्वारा ब्रांडिंग की गई है।

हम आशा करते हैं, आप जानते ही होंगे कि आपको शिशु के लिए दूध तैयार करते समय, पाउडर डालने के लिए इसी चमच का इस्तेमाल करना है। इस चमच के इस्तेमाल से आप पाउडर की सही मात्रा ले पाएंगे। ध्यान रखें, अगर आप सही मात्रा में पाउडर नहीं मिलाएंगे, तो शिशु को न केवल गैस या कब्ज जैसी असुविधाएं हो सकती है, बल्कि उसे जरूरत के हिसाब से खनिज, विटामिन, एसिड, एवं अन्य पोषक तत्व भी नहीं मिल पाएंगे।
सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 के बारे में विस्तृत जानकारी का वीडियो
इसलिए, समझदारी इसी में है कि पाउडर को मापने के लिए इस चमच का ही इस्तेमाल किया जाए।
चीजें जो मुझे सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 में पसंद नहीं आई
कुछ बच्चों के लिए इसे पचा पाना आसान नहीं है
जैसा हमने ऊपर बताया कि यह पाउडर थोड़ा गाढ़ा है, तो इसी गाढ़ेपन की वजह से इससे तैयार फीड भी भारी बनता है। शायद यही कारण है कि बहुत से माता-पिता के मुताबिक इसे पचा पाना उनके शिशु के लिए आसान नहीं था। ऐसे बच्चों को गैस और कब्ज जैसी शिकायते होना आम बात है।
यहाँ, हम अपनी एक बात दोहराना चाहेंगे। हमने पहले भी कहा था कि किसी भी एक ब्रांड के फार्मूला मिल्क को लेकर, दो बच्चों की प्रतिक्रिया एक जैसी नहीं हो सकती। जो फार्मूला मिल्क मेरे बच्चे के लिए ठीक है, जरूरी नहीं है कि वह आपके बच्चे को भी ठीक बैठे।
लैक्टोज की उपस्थिति
सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 में लैक्टोज की उपस्थिति है। ऐसे में, अगर आपका बच्चा लैक्टोज असहिष्णुता से प्रभावित है, तो उसे लैक्टोज के इस्तेमाल से बने इस फार्मूला मिल्क के सेवन से एलर्जी हो सकती है।
नवजात शिशुओं को मुख्य रूप से लैक्टोज असहिष्णुता, सुक्रोस और गाय के दूध में मौजूद प्रोटीन से होने वाली एलर्जी का सामना करना पड़ता है। हमारा आपसे निवेदन है कि कोई भी फार्मूला मिल्क शुरू करने से पहले ऊपर बताई गई तीनों एलर्जी के बारे में अच्छे से जान लें और यह पक्का कर लें कि आपका बच्चा इनमें से किसी एलर्जी से प्रभावित न हो।
जरूर पढ़े – शिशुओं में लैक्टोस असहिष्णुता अर्थात दूध न पचने की समस्या के संकेत
तकरीबन सारी महत्वपूर्ण जानकारियां सिर्फ गत्ते की पैकिंग पर है
हालांकि आपको आहार तालिका गत्ते की पैकिंग के अंदर पाए जाने वाले पृष्ठ से भी मिल जाएगी, परन्तु फिर भी बहुत सी ऐसी महत्वपूर्ण जानकारियां हैं, जो सिर्फ गत्ते की पैकिंग पर ही हैं। अब अगर आप गलती से इस गत्ते के डिब्बे को फेंक देते हैं, तो यह सारी जानकारियां नष्ट हो जाती हैं। इन सब में से सबसे जरूरी जानकारी है, फार्मूला फीड को तैयार करना और इसके एक फीड से मिलने वाले खनिज, विटामिन, जरूरी एसिड इत्यादि के बारे में।
स्टोर करने के लिए आपको अलग से डिब्बा खरीदना पड़ता है
कुछ समय पहले सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 एक टीन के कनस्तर में आता था। लेकिन, आजकल यह गत्ते की पैकिंग में आता है। ऐसे में, इसको गत्ते की पैकिंग से बाहर निकालने के बाद सुरक्षित रखने के लिए आपको अलग से कोई हवा-बंद डिब्बा खरीदना पड़ेगा।
हवा-बंद डिब्बा खरीदना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अगर यह पाउडर हवा के संपर्क में आएगा, तो इसमें गांठे पड़ जाएगी। देखा जाए, तो यह एक अतिरिक्त खर्चा है।
सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 को बनाने की विधि
इस दूध को बनाने की विधि अन्य फार्मूला मिल्क की तरह ही है। इसे बनाने की विधि आपको इसकी गत्ते की पैकिंग से मिल जाएगी।

दूध बनाने की शुरुआत स्वच्छता से होती है। साफ पानी से हाथ धोने के बाद, सबसे पहले दूध बनाने एवं पिलाने के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी बर्तनों को अच्छे से धो लेना है। अगर आप शिशु को दूध पिलाने के लिए बोतल का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको बोतल, बोतल के निप्पल, एवं ढक्कन को भी अच्छे से धोना है।
पूरी तरह से साबुन के निकल जाने के बाद, इन सब बर्तनों को स्टेरिलाइज़ अर्थात उबाल कर कीटाणुरहित कर लेना है। ऐसा करना बहुत जरूरी है क्योंकि ऐसा न करने से शिशु के संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। आपको इन सब चीजों को कम-से-कम 5 मिनट तक उबालना है।
एक साफ बर्तन में कुछ पानी लें और इसे 5 मिनट तक उबलने दें। उबलने के बाद इसे गुनगुना होने तक छोड़ दें।
जैसे ही पानी गुनगुना हो जाए, तो आहार तालिका के अनुसार, निर्धारित मात्रा में (180मिलीलीटर) गुनगुना पानी, पहले से कीटाणुरहित की गई बोतल में डाल लें।
सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 बनाने की विधि के बारे में विस्तृत जानकारी का वीडियो
फिर इसमें, आहार-तालिका के अनुसार ही, निर्धारित मात्रा में (6 से 12 महीने के बच्चे के लिए 6 चमच) पाउडर मिला लें। पाउडर मिलाने के लिए आपको इसकी पैकिंग में आए चमच का ही इस्तेमाल करना है। किसी अन्य चमच को इस्तेमाल करने से आप मात्रा चुनने में गलती कर सकते हैं। ध्यान रखें कि पाउडर चमच से ज्यादा न हो। सही मात्रा के लिए आप चमच भरने के बाद, एक चाकू की मदद से अतिरिक्त पाउडर पुनः पैकिंग में डाल सकते हैं।
पाउडर डालने के बाद, आप इसे तब तक हिलाते रहें, जब तक यह पूरी तरह से घुल नहीं जाता। ध्यान रखें कि दूध में गांठे नहीं पड़नी चाहिए। पाउडर को अच्छी तरह से घोल लेने के बाद, थोड़ा सा दूध अपने उल्टे हाथ पर डाल कर देख लें। जब आपको दूध का तापमान सही लगे, तो अपने शिशु को पीने के लिए दे दें।
अगर आपका शिशु कुछ फार्मूला मिल्क छोड़ देता है अर्थात पूरा नहीं पीता, तो आपको इसे रखना नहीं है। बल्कि, बनाने के एक घंटे के बाद इसे नष्ट कर देना है। जितनी बार आपका शिशु मांग करता है, आपको अलग से फीड तैयार करना है।
कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां
- दूध बनाने के लिए स्वच्छता का खास ध्यान रखें।
- पैकिंग पर दिए गए दिशा निर्देशों का पालन न करने की स्थिति में आपके शिशु की सेहत को गंभीर नुकसान पहुँच सकता है।
- पाउडर को नापने के लिए पैकिंग में दिए गए चमच का ही इस्तेमाल करें।
- बच्चों का फार्मूला मिल्क पाउडर वाला दूध जीवाणुरहित नहीं होता। इसलिए इसे समय से पूर्व जन्मे और कम प्रतिरोधक शक्ति वाले बच्चों को डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं दिया जाना चाहिए।
- पाउडर की निर्धारित मात्रा लेना बहुत जरूरी है क्योंकि इसमें लापरवाही से शिशु को असुविधा होना तय है।
अंत में, हम यही कहना चाहेंगे कि कोई भी फार्मूला मिल्क हो, बढ़िया तब ही माना जाता जब वह बच्चे को पच जाए, किसी किस्म की कोई असुविधा (कब्ज, गैस, एलर्जी इत्यादि) न दे और पुरे पोषक तत्व भी मिल जाएं। सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 से मेरे बच्चे को न तो कोई असुविधा हुई, न एलर्जी हुई और उसे हर वह चीज मिली, जो उसके विकास के लिए जरूरी थी।
फार्मूला दूध के बारे में और अधिक जानकारी
इसलिए, मेरा निजी अनुभव इस सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 फार्मूला मिल्क के साथ अच्छा ही रहा। क्या आपने भी इस उत्पाद का इस्तेमाल किया है? अगर हाँ, तो आपके इस उत्पाद के बारे में क्या राय है? हमसे जरूर सांझी करें।
सिमिलैक अड्वान्स स्टेज 2 पर बेहतरीन डील
Do you need more help?
क्या आपको और मदद चाहिए?
- Write a Review
- Write a Comment
- Ask a Question
User Rating
सबसे पहले अपना अनुभव बाँटे।
Important: Please consider uploading a proof of product with your review. It can be product photo or proof of purchase. Reviews with a verified proof of purchase have a verified user badge, leading to a great credibility and experience.
महत्वपूर्ण: कृपया अपनी समीक्षा के साथ उत्पाद का सबूत अपलोड करें। वह उत्पाद की फोटो या खरीद का प्रमाण हो सकता है।
Be kind to others. False language, promotions, personal attacks, and spam will be removed.Ask questions if any, by visiting Ask a Question section.
दूसरों के प्रति उदार रहें, अभद्र भाषा का प्रयोग ना करें और किसी भी तरह का प्रचार ना करें।
यदि कोई प्रश्न हो तो, अपना प्रश्न पूछें सेक्शन पर जाएं।















