READ BY
Happy Sleeping Hours – Best Sleeping Positions for Newborns
Happy Sleeping Hours – Best Sleeping Positions for Newborns
Photo Credit: bigstockphoto.com

Kirti Bhartari

I am mother of one. Beside nurturing her the best way I can and taking care of my family fronts, I am passionate about cooking and ayurvedas. I also like spending time around intellectuals. And, in future, I would like to start my own NGO with one motive - helping humanity.

Read this article in English
यह लेख English में पढ़ें।

नवजात शिशु अक्सर सोने से इंकार करते हैं। इसका कारण या तो वे पहले ही उस दिन के लिए अपनी नींद पूरी कर चुकें हैं, या उन्हें कोई अन्य समस्या हैं उनमें से एक समस्या नवजात शिशु को सुलाने के लिए उचित तरीका भी हो सकती है।

अक्सर, बच्चा भूख लगने की वजह से नींद से जागकर रोने लगता हैं। उस वक़्त उसे तुरंत अपना आहार चाहिए और आहार मिलते ही वह फिर से गहरी नींद में वापस चला जाता है। पर अगर शिशु फिर भी ना सोए, तो उसकी नींद खराब होने का कारण उसके सोने की गलत तरीका हो सकती है है। आइए, हम जानते है कि नवजात शिशु को सुलाने के लिए उचित तरीका क्या है?

विशेषज्ञों के अनुसार, नवजात शिशु के लिए सोने की स्थिति बहुत मायने रखती है। बाल रोग विशेषज्ञों का कहना है कि बच्चे को उसकी पीठ के बल सुलाया जाना चाहिए ना कि उसके पेट के बल

चाहे आपको लगता है कि आपका बच्चा इस स्थिति में आराम से नहीं सो पायेगा, पर विशेषज्ञों का यह मानना है कि बच्चे को पीठ के बल सुलाने से कई ख़तरनाक संभावनाएं कम हो जाती हैं जैसे कि बच्चे की एसआयडीएस (SIDS – sudden infant death syndrome) की वजह से मृत्यू होना। इसके अलावा, आपको तो पता है कि आपका बच्चा इतना छोटा है कि वह अपनी किसी असुविधा के बारे में आपको किसी तरीके भी समझा नहीं सकता।

यह भी पढ़ें – नवजात शिशुओं के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ

खोपड़ी के विरूपण (deformation) के जोखिम को कम करने के लिए, बच्चे के सिर की दिशा को समय-समय पर बदलते रहना बहुत जरूरी होता है। अगर आप बच्चे के आसपास ना हो और बच्चा जाग ना रहा हो, तो उसे तकिये पर ना सुलाएं, क्योंकि इससे उसके सिर की दिशा एक जगह स्थिर हो जाएगी, जो एक अच्छी तकनीक नहीं है।

इसके अलावा, स्तनपान के बाद बच्चे को तुरंत ना सुलाएं, क्योंकि ऐसा करने से बच्चा उल्टियां करना शुरू कर सकता है इसलिए खिलाने या स्तनपान के बाद बच्चे को ड़कार जरुरू दिलवाए।

एक साल के बाद, बच्चा अपने सोने का उचित तरीका खुद चुनता है। अगर आपका बच्चा एक साल होने के बाद भी पीठ के बल सोना पसंद करे तो यह उसके लिए बेहतर है।

परंतु फिर भी कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो एक दिशा में ही सोते हैं। इस मामले में, यह याद रहें कि आपका बच्चा दिल से विपरीत दिशा अर्थात दायी ओर सोए।

सोने के तरीके के अतिरिक्त, नवजात शिशुओं की नींद को लेकर कुछ अन्य नियम भी होते हैं। मेरे अगले लेख में, मैं आपको उन सुनहरे नियमों के बारे में बताउंगी, जिससे आप अपने बच्चे को तेज़ी से सुला पाएँगी।

Do you need more help?

क्या आपको और मदद चाहिए?

  • Write a Comment
  • Write a Review
  • Ask a Question
Mom's Cuddle Comment Policy
Be kind to others. False language, promotions, personal attacks, and spam will be removed.
Ask questions if any, by visiting Ask a Question section.
टिप्पणी करने की नीति
दूसरों के प्रति उदार रहें, अभद्र भाषा का प्रयोग ना करें और किसी भी तरह का प्रचार ना करें।
यदि कोई प्रश्न हो तो, अपना प्रश्न पूछें सेक्शन पर जाएं।
{{ reviewsOverall }} / 5 User Rating (2 reviews)
How helpful was this article?
What people say... Write your experience
क्रमबद्ध करें

सबसे पहले अपना अनुभव बाँटे।

Verified Review
{{{ review.rating_title }}}
{{{review.rating_comment | nl2br}}}

Show more
{{ pageNumber+1 }}
Write your experience

Your browser does not support images upload. Please choose a modern one

Latest Questions

I am mother of one. Beside nurturing her the best way I can and taking care of my family fronts, I am passionate about cooking and ayurvedas. I also like spending time around intellectuals. And, in future, I would like to start my own NGO with one motive - helping humanity.